कुम्भ प्रयागराज में तैनात एन.डी.आर.एफ की टीमें आने वाले श्रद्धालुओं के प्राणों की रक्षा के लिए संजीवनी बूटी की तरह साबित हो रहे हैं । दिनांक 18 जनवरी की सुबह कुम्भ मेला कमांड एंड कण्ट्रोल सेंटर (ICCC) से एन.डी.आर.एफ को हनुमान मंदिर सेक्टर 3 में एक साधू के बेहोश होकर गिर जाने की सूचना प्राप्त हुयी जिसमें मौके पर तैनात एन.डी.आर.एफ की मेडिकल टीम के पैरामेडिक स्टाफ बिना समय गँवाए घटनास्थल पर पहुँच गए । घटनास्थल पर बेजान पड़े साधू की स्थिति अत्यंत ही नाज़ुक थी जो ज़िन्दगी और मौत से जूझ रहा था । एन.डी.आर.एफ की मेडिकल टीम के प्रशिक्षित पैरामेडिक स्टाफ ने साधू की स्थिति का मुआयना किया और पाया कि नदी के ठन्डे पानी में नहाने और अत्यधिक ठण्ड के कारण उसे हाइपोथर्मियाँ ने अपनी गिरफ्त में ले लिया था । ऐसी नाज़ुक स्थिति में एन.डी.आर.एफ की मेडिकल टीम ने तुरंत साधू के ब्लड प्रेशर की जांच करते हुए कम्बल की सहायता से उनके शरीर क्र तापमान को नियंत्रित किया जिससे उनकी जन बचायी जा सकी । प्राथमिक उपचार देने के बाद एन.डी.आर.एफ मेडिकल टीम ने एम्बुलेंस की सहायता से तुरंत सेंटर हॉस्पिटल सेक्टर 2 में शिफ्ट कराया जहाँ साधू पूरी तरह स्वस्थ हैं ।
वहीँ दूसरी ओर एक अन्य घटना में संगम नोज पर दिनांक 18 जनवरी समय दोपहर 01:30 बजे एक श्रद्धालू प्रीती गुप्ता पत्नी एस.एन. गुप्ता उम्र 49 वर्ष निवासी वाराणसी अचानक स्नान करते समय बेहोश होकर गिर गयीं जहाँ उपस्थित लोगों ने उनकी सहायता के लिए पुकारने लगे । शोर सुनते ही मौके पर चिकित्सा टीम के साथ तैनात डॉक्टर अमित नंदन, सहायक कमाण्डेंट, एन.डी.आर.एफ चिकित्सा टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। तत्पश्चात बेहोश महिला को एन.डी.आर.एफ चिकित्सा बेस पर लाया गया और चिकित्सक द्वारा मुआयना करने के पश्चात ज्ञात हुआ है कि महिला निम्न रक्तचाप और ठंडे पानी में नहाने के कारण बेहोश हो गई थी। महिला को तुरन्त कम्बल की सहायता से शरीर के तापमान को स्थिर किया गया और हाइपोथेरेमिया से बचाया गया। तत्पश्चात महिला की स्थिति सामान्य होने पर उन्हे उनके रिस्तेदारों को सौंप दिया गया ।
इन दोनों घटनाक्रम में एन.डी.आर.एफ की चिकित्सा टीम द्वारा जिस त्वरित कार्यवाही और उपचार से दो बहुमुल्य मानव जीवन को बचाया गया जिसकी सराहना स्थानीय श्रद्धालुओं द्वारा की गई और श्रद्धालु घाटों पर स्थित एन.डी.आर.एफ चिकित्सा टीमों की उपस्थिति के कारण निर्भीक होकर स्नान का आनंद
उठा रहे है। इसके अतिरिक्त ये चिकित्सा टीमें श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की मौसमी बीमारियों और शारिरीक चोटों से संबंधित उपचार व दवाईयां वितरित कर रहे है।