प्रवीण मिश्रा की रिपोर्ट
श्रावस्ती /समस्याओं से पीड़ित महिलाओं/बालिकाओं को त्वरित न्याय देने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। इसलिए सम्बन्धित अधिकारियों का दायित्व बनता है कि वे महिलाओं/बालिकाओं छोटी-बड़ी शिकायतों को गम्भीरता से लें और त्वरित कार्यवायी कर उन्हे न्याय शुलभ करायें ताकि समस्याओं से ग्रसित महिलाओं एवं बालिकाओं को न्याय के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े और उनके मान-सम्मान प्रत्येक दशा में कायम रहे।
उक्त विचार कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में महिलाओं/बालिकाओं की समस्याओं/शिकायतों से रूबरू होते हुए तथा उनका निराकरण करने एवं महिलाओं से सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा करने के दौरान प्रदेश की राज्य महिला आयोग की सदस्या कुमुद श्रीवास्तव ने व्यक्त किया। समीक्षा बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी या उनके किसी भी प्रतिनिधि न उपस्थित होने पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होने जोर देते हुए कहा कि महिलाएं एवं बालिकाएं हर घर की लक्ष्मी है इसलिए हमलोगों की जिम्मेदारी बनती है कि बिना भेद-भाव के हर बहन बेटी को समाजिक सुरक्षा प्रत्येक दशा में मुहैया कराने के साथ ही उनका सुरक्षा कवच भी बने ताकि सभी बहन बेटिया बने ताकि कोई भी बहन बेटी का मान सम्मान धूमिल न होने पावे। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार सभी बहन बेटियों के मान सम्मान को बनाये रखने के लिए उनकी सुरक्षा हेतु 1090, 181 का संचालन कर रही है। यदि कोई भी व्यक्ति किसी भी बहन बेटी के मान सम्मान को ठेस पहुंचााने की कोशिश करता है तो वह बेझिझक इन टोल फ्री नम्बर का उपयोग कर सम्बन्धित व्यक्ति को जेल भिजवा सकती है। यदि उनको समय से न्याय नही मिलता है तो वे राज्य महिला आयोग में शिकायत दर्ज करा सकती है। ऐसे प्रकरणों पर निश्चित ही महिला आयोग समस्या से पीड़ित महिलाओं/बालिकाओं को न्याय मिलेगा।
महिला जनसुनवाई के दौरान मुख्य विकास अधिकारी विनय कुमार तिवारी ने जनपद में महिलाओं की शिकायतों एवं समाधान से मा0 सदस्या को अवगत कराया।तदोपरान्त मा0 सदस्या ने जिला प्रोवेशन कार्यालय का निरीक्षण किया। उक्त अवसरों पर उप जिला मजिस्ट्रेट माया शंकर यादव, जिला प्रोवेशन अधिकारी मोहन त्रिपाठी, सहित सम्बन्धित पुलिस/प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे।