प्रवीण मिश्रा की रिपोर्ट
श्रावस्ती /प्रदेश सरकार द्वारा मरीजों को तमाम स्वास्थ्य सुविधाएं निःशुल्क मुहैया कराई जा रही है इसलिए चिकित्सकों/पैरामेडिकल स्टाफ का दायित्व बनता है कि मरीजों का बेहतर ढंग से उनका स्वास्थ्य परीक्षण करके सरकार द्वारा प्रदत्त सभी स्वास्थ्य सुविधाओं को निःशुल्क मुहैया कराया जाय और सभी दवायें अस्पतालों से ही प्रदान की जाय ताकि मरीजों को इधर-उधर भटकना न पड़े। सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 में निरीक्षण के दौरान यदि कोई कमी मिली तो निश्चित ही प्रभारी चिकित्साधिकारी से लेकर उनके आधीनस्थ अन्य चिकित्सकों/पैरामेडिकल कर्मियों पर भी कार्यवायी के साथ ही मुख्य चिकित्साधिकारी को जवाब देह मानते हुए अब उन पर कार्यवायी होगी।उक्त निर्देश जिलाधिकारी दीपक मीणा ने विकासखण्ड जमुनहा के अन्तर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मल्हीपुर का औचक निरीक्षण करने के दौरान दी है। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने एम0सी0टी0एस0 फीडिंग पंजिका का जब मुआयना किया तो यह ज्ञात हुआ कि टैली सीटए0एन0एम0 और आशाओं द्वारा पूर्ण रूप से नही भरी जा रही है किसी भी टैली सीट में एम0सी0टी0एस0 नम्बर न भरे जाने पर वंही पर उपस्थित प्रभारी चिकित्साधिकारी को फटकार लगाई तथा ए0एन0एम0/आशा वार गहन समीक्षा कर टैली सीट को शुद्ध कराने का निर्देश दिया। फीडिंग रूम में गंदगी मिलने पर कम्प्यूटर आपरेटर को जमकर फटकार लगाते हुए ढंग से कार्य करने की नसीहत दी। तदोपरान्त जिलाधिकारी आरोग्य योजना की समीक्षा की जिसमें ज्ञात हुआ कि जिन लाभार्थियों के गोल्डेन कार्ड बने हैं उनको समय से नही मिल पा रहा है इस प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने जब आयुष्मान मित्र से पूछा तो उसके द्वारा संतोष जनक उत्तर नही दे पाया जिस पर जिला समन्वयक को दूूरभाष पर निर्देश दिया कि स्वयं हर सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 में रोस्टर बनाकर जायें और गोल्डन कार्ड लाभार्थियों की सूची जिले के सभी जन सुविधा केन्द्रों पर प्राप्त करायें तथा इसका संचालन सुव्यवस्थित ढंग से सुनिश्चित करायें ताकि गोल्डन कार्ड में चयनित लाभार्थियों को इधर उधर दौड़ भाग न करना पडें। प्रधानमंत्री वन्दना योजना की समीक्षा के दौरान ज्ञात हुआ कि पंजीकरण तो हुआ है लेकिन उसका ढंग से क्रियान्वयन न करने पर उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी दूरभाष पर फटकार लगाई तथा सभी सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 में जाकर लाभार्थी परक सभी योजनाओं का संचालन कराने का निर्देश दिया। इस दौरान जिलाधिकारी ने संस्थागत प्रसव वाली महिलाओं से भी उनको दिये गये भोजन/नास्ता के सम्बन्ध में बात की तथा कुशलक्षेम भी जाना। इस दौरान वंही पर उपस्थित प्रभारी चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि संस्थागत प्रसव कराने वाली महिलाओं को उनके खाते में जननी सुरक्षा योजना की धनराशि एक सप्ताह के अन्दर भेजी जाय इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाय।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने प्रभारी चिकित्साधिकारी से पूछा कि विगत छः माह में कितने मरीज का अल्ट्रासाउण्ड कराने हेतु जिला चिकित्सालय भेजा गया तो उनके द्वारा ब्योरा नही दे पाये इस पर भी जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी पत्रावलियों/पंजिकाओं को हरहाल में दुरस्त कराने के निर्देश के साथ ही सी0एच0सी0 कैम्पस को ढंग से साफ-सफाई कराकर बेहतर ढंग से करने का निर्देश दिया है। इस अवसर पर डब्लू0एच0ओ0 की डा0 प्रिया बंसल एवं जिलाधिकारी के विशेष कार्याधिकारी शिवराज शुक्ला उपस्थित रहे।