साजिद अंसारी और मनोज पटेल की रिपोर्ट :
मिर्ज़ापुर : जनपद के पटेहरा में गुरुवार की देर रात बाईक छिनैती की सूचना पर पहुंची पटेहरा पुलिस दोनों को हिरासत में लेकर चौकी ले गयी। पूछताछ में पता चला कि मामला लेनदेन का है। दोनों का शांति भंग के आरोप में चालान कर दिया गया।
पटेहरा चौकी क्षेत्र के अमोई गांव निवासी उमेश पुत्र रामरक्षा पाल गुरुवार की रात किसी काम से रजौहा आया था। रजौहा गांव निवासी राजू ने ओबरटेक कर उसकी बाईक को रोक लिया। डरा-धमका कर बाईक की चाभी छीनने लगा। छीना झपटी व मारपीट में बाईक की चाभी अंधेरे में गिर गयी। मौका पाकर पीड़ित ने सौ नम्बर पर फोन कर दिया।
बदमाश चाभी ख़ोज ही रह था कि पुलिस पहुँच गयी। बदमाश के साथ पीड़ित को भी हिरासत में लेकर पटेहरा पुलिस को सुपुर्द कर दिया। चौकी इंचार्ज ने बताया कि मामला लेनदेन का है। पुलिस ने दोनों को शांति भंग में चालान कर दिया। सवाल इस बात का है कि मामला पैसे के लेनदेन का था तो बाईक छीनने का अधिकार किसने दिया ? क्या पुलिस से न्याय की उम्मीद नही थी ?