मुगलसराय 7 मई,भाजपा व उसके सहयोगी दलों को शिकस्त देने के लिये जरूरी है कि भाजपा विरोधी मतों में बटवारा न हो इसलिए चन्दौली व राबर्ट्सगंज लोकसभा सीटों पर भाकपा (माले),गठबंधन (सपा-बसपा-रालोद)प्रत्याशियों का समर्थन करेगी उक्त घोषणा आनन्द नगर,काली महाल मुगलसराय स्थित भाकपा (माले)नगर प्रभारी का.मोहन लाल बरनवाल के आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान भाकपा (माले) केन्द्रिय कमेटी सदस्य का.मनीष शर्मा ने की |
भाकपा (माले) नेता ने कहा कि मोदी सरकार के गुजरे पांच साल के शासन को देखते हुए देश के संसदीय इतिहास में यह असाधारण आम चुनाव है। खुद भाजपा के नेता देश के संविधान को बदलने से लेकर दोबारा भाजपा के जितने पर 2019 के चुनाव को अंतिम चुनाव होने की बातें कर चुके हैं। असली मुद्दों और वादों पर बात न हो, इसलिए मोदी सरकार अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए पुलवामा और एयर स्ट्राइक को आड़ के तौर पर इस्तेमाल कर रही है।
जबकि सच कहा जाए तो पुलवामा की घटना अपने आप में मोदी सरकार की एक और विफलता थी, वहीं एयर स्ट्राइक उसकी एक अन्य बड़ी विफलता थी, क्योंकि आतंकियों को भारी संख्या में मार गिराने के झूठे दावे भाजपा की ओर से किये गए। मोदी सरकार ने पूरे पांच साल नफरत की राजनीति की और समाज को बांटा। भीड़ हत्या से लेकर बुद्धिजीवियों की हत्या तक की ढेरों घटनाएं हुईं और दोषियों को संरक्षण देने का काम किया गया। जम्मू-कश्मीर की हालत पहले की तुलना में खराब हुई और साझी संस्कृति समेत पूरा देश असुरक्षित हो गया।
माले नेता ने कहा कि ऐसे में संविधान, लोकतंत्र व देश को बचाने और भाजपा की अगुवाई में कारपोरेट पोषित फासीवाद को शिकस्त देने के लिए मोदी सरकार को गद्दी से हटाना वाम-लोकतांत्रिक-प्रगतिशील ताकतों का परम कर्तव्य व वक्त की मांग है। इसीलिए भाकपा (माले) ने भाजपा-विरोधी मतों के बंटवारे को कम से कम करने के लिए जहां खुद को यूपी में अपने सघन संघर्ष वाले तीन लोकसभा क्षेत्रों से लड़ने तक सीमित रखा है, वहीं चन्दौली व राबर्ट्सगंज समेत बाकी सीटों पर भाजपा व उसके सहयोगी दलों को हराने वाले गठबंधन प्रत्याशियों को समर्थन देने का फैसला किया है।
प्रेस वार्ता के दौरान भाकपा (माले) राज्य कमेटी सदस्य का. अनिल पासवान,वरिष्ट माले नेता का.सत्यनारायण सिंह,भाकपा (माले)नगर प्रभारी का.मोहन लाल बरनवाल आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे |