राजेश यादव की रिपोर्ट
*रायबरेली।* कुछ रोज पहले मथुरा में, जब पेशे से प्रोफेसर होने के कारण कर्म और ज्ञान की परम्परा वाले यूपी के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने भक्ति और ध्यान से जुड़े पहलुओं का विश्लेषण किया तब अपनी ही पार्टी के पूर्वोत्तर के एक युवा मुख्यमंत्री विपल्ब देब से कदमताल करते हुए उन्होनें महाभारत काल के लाइव टेलीकास्ट से लेकर पुष्पक विमान की तकनीकी के बारे में बता डाला और यही नहीं देब से दो कदम आगे आकर माता सीता को टेस्ट ट्यूब बेबी बताकर प्राचीन तकनीकी के बखान में उन्होंने मुसीबत मोल ले ली|
लोगों में नाराजगी और कोर्ट में केस दर्ज होने के बाद अपनी छवि को लेकर फिक्रमंद प्रोफेसर शर्मा शायद अपने इन्हीं दागो के डिटर्जेंट को ढूंढते हुए रायबरेली के यज्ञ अनुष्ठान में आए| रायबरेली की धरती पर धार्मिक मंच से उन्होंने सफाई पेश करके हुए समर्पण भाव से कहा कि ”अगर मेरी किसी बात से कोई दुखी होता है तो मैं पैर छू कर माफी मांगने में विश्वास करता हूं|” साथ ही उन्होने कहा कि बुरा लगने वाले को पूरी बात की जानकारी होना भी जरूरी है|
डा. शर्मा का एकाएक रायबरेली में धार्मिक कार्यक्रम में आगमन होना, धार्मिक कार्यक्रम के मंच से संतों के सामने सफाई देने व समर्पण के भाव से क्षमा याचना करना यह बताने के लिए काफी था कि डा. शर्मा सहित पूरी भगवा ब्रिगेड को इस बयान से होने वाले नुकसान का अन्दाजा है| हालांकि एक तरह से उन्होंने अपनी गलती की क्षमा याचना तो की लेकिन अपने संवाद के गूढ़ अर्थों में उन्होने मीडिया सहित लोगों को भी किसी भी बात को ससन्दर्भ समझने व विश्लेषण के बाद ही कोई राय तय करने की नसीहत दे ही डाली|