राजेश पाल की रिपोर्ट :
अमेठी : कहने के लिए शुकुल बाजार कस्बा अमेठी बीआईपी लोकसभा के अंतर्गत आता है और क्षेत्र से कई नामी-गिरामी जनप्रतिनिधि भी हैं। सबसे बड़ी बात तो लोकतंत्र के सबसे बड़े जनप्रतिनिधि राहुल गांधी का क्षेत्र है। दूसरी तरफ राज्यमंत्री सुरेश पासी का भी क्षेत्र है। लेकिन शुकुल बाजार कस्बे से कीचड़ हटने का नाम नहीं ले रहा है।
जो तस्वीर आपको दिखाई दे रही है, देख कर लगता है कोई गड्ढा या तालाब है, जबकि यह शुकुल बाजार और रुदौली मेन संपर्क मार्ग है। यही नहीं पांडे गंज से उरेर मऊ संपर्क मार्ग भी बदहाल है, जबकि इस मार्ग पर कामाख्या धाम मंदिर भी पड़ता है और हजारों श्रद्धालु सोमवार और शुक्रवार माता के दर्शन के लिए भी जाते हैं। उन्हें भारी समस्या का सामना करना पड़ता है।
दूसरी तरफ शुकुल बाजार से रुदौली संपर्क मार्ग शुकुल बाजार कटरा चौराहे पर भारी कचरा और जलभराव रहता है, जिससे दुकानदार समेत राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कुछ यह हाल है बीआईपी अमेठी के शुकुल बाजार कस्बे का। क्षेत्र के युवाओं का कहना है कि हमें रोजगार मुहैया कराया जाए। सिर्फ वीआईपी लोकसभा कह देने से बीआईपी नहीं हो जाता। अमेठी लोकसभा के अंतर्गत शुकुल बाजार कस्बे मे गंदगी का अंबार लगा है। कोई भी जनप्रतिनिधि और अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है। सड़क पर कीचड़ बह रहा है। नालियां चोक है। सफाई कर्मचारी नदारद है। आखिर कौन जिम्मेदार है इसका ?
क्षेत्रीय प्रबुद्ध जनों का कहना है कि जब सरकार सारी व्यवस्थाएं मुहैया कराती है तो आखिर कमी कहां रह जाती है ? क्यों सड़क पर बहता है कीचड़ ? आखिर क्यों नहीं साफ होती नालियां ? जल निकासी की उचित व्यवस्था क्यों नहीं की जाती ? ऐसे तमाम सवालों के जवाब चाहती है शुकुल बाजार कस्बे की जनता।क्षेत्रीय प्रबुद्ध जनों का कहना है कि कस्बे की समस्त नालियों की सफाई समय से होनी चाहिए एवं कीचड़ से निजात मिलना चाहिए तथा सड़कों की मरम्मत होनी चाहिए।