नई दिल्ली : हमारे जीवन में वास्तु-शास्त्र का बड़ा महत्त्व है. कार्यक्षेत्र से लेकर घर तक, अगर आपका वास्तु सही है, तो यकीन मानिये आपकी और आपकी कामयाबी के बीच महज चाँद क़दमों का फासंला है. लेकिन यहीं वास्तु अगर सही नहीं होता है, तो आप लाख कोशिशों के बाद भी कामयाबी हासिल नहीं कर सकते, नतीज़न आप खुद से निराश हो जाते है.
अपने कार्यक्षेत्र में वास्तु का विशेष ध्यान रखना चाहिए. अक्सर लोगों को वास्तु के बारे में पता नहीं होता और लोग अज्ञानतावश वास्तु से जुडी गलतियाँ करते हैं. लेकिन आज हम आको बताएँगे कि कार्यक्षेत्र में वास्तु के किन उपायों को अपनाने से आपके व्यापार में चार चाँद लग सकते हैं.
- पैसे और कीमती चीजों को उत्तर की ओर रखी अलमारी में रखें.
- दुकान के अंदर बिक्री का सामान रखने के लिए सेल्फ, अलमारियां, शोकेस और कैश काउंटर उत्तर-पश्चिम दिशा में बनाना अच्छा माना जाता है.
- ध्यान रखें आप जहां बैठते हैं उसके पीछे मंदिर नहीं होना चाहिए.
- मालिक को हमेशा मालिक को पूर्व या उत्तर की ओर मुंह करके बैठना चाहिए. इससे सकारात्मक उर्जा का संचार होता है.
- अपने काम करने के मेज को हमेशा आयताकार बनवाएं.
- फैक्ट्री या कार्यालय का केंद्र स्थान (ब्रह्म स्थान) खाली होना चाहिए. वहां कोई भारी वस्तु भूलकर भी नहीं रखें.
- वास्तु के अनुसार, अकाउंट डिपार्टमेंट को दक्षिण-पूर्व और रिसेप्शन उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए.