प्रवीण कुमार मिश्रा की रिपोर्ट :
श्रावस्ती : प्रदेश के तमाम जिलों में प्रतिवर्ष जनपद महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष 24 फरवरी से 26 फरवरी, 2018 तक महोत्सव का आयोजन किया गया था, तद्क्रम में इस वर्ष 26 जनवरी से 30 जनवरी, 2019 तक महोत्सव का आयोजन कराये जाने का निर्णय लिया गया है। उक्त तहसील इकौना के अन्तर्गत वर्मा मन्दिर में विभिन्न विभागों के अधिकारियो एवं बौद्ध मठाधीशों के साथ बैठक करने के दौरान जिलाधिकारी दीपक मीणा ने व्यक्त किये।
उन्होने कहा कि जनपद में महोत्सव से ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में स्थित विभिन्न ऐतिहासिक, पौराणिक, शैक्षिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व के स्थलों, धरोहरों को चिन्हित कर उनको सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित रखरखाव करना तथा ऐसे स्थलों का विकास एवं सौन्दर्यीकरण कराना एवं जनपद में पर्यटन विकास को बढ़ावा देना तथा स्थानीय ऐसी गतिविधियों को देश-प्रदेश तथा विश्व स्तर पर पहुचाने हेतु प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से श्रावस्ती महोत्सव आयोजन किये जाने का निर्णय लिया गया है इससे निश्चित ही जनपदवासी लाभान्वित होगें और यंहा की उभरती प्रतिभाओं को भी एक मंच मिलेगा। श्रावस्ती महोत्सव आयोजन के लिए विभिन्न विभाग के अधिकारियों, बुद्धिजीवी वर्ग, वरिष्ठ पत्रकार बन्धुओं/व्यापारी बन्धुओं एवं समाज सेवियों को सदस्य नामित किया गया है। जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित बौद्ध मठाधीशों से अपेक्षा की कि आगामी सम्पन्न होने वाले श्रावस्ती महोत्सव में यदि वे सांस्कृतिक कार्यक्रम कराना चाहते हैं तो उन्हे भी मंच मिलेगा।
जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि आगामी 26 जनवरी से 30 जनवरी, 2019 को श्रावस्ती महोत्सव भगवान गौतम बुद्ध की तपोस्थली सहेट के सामने पर्यटन ग्राउण्ड में ही कराये जाने का बैठक में सर्वसम्मत से निर्णय लिया गया है। जिलाधिकारी ने महोत्सव के एक सप्ताह के पूर्व ही प्रस्तावित कार्यक्रम स्थल की साफ सफाई, पेयजल एवं प्रकाश व्यवस्था को दुरूस्त करने हेतु सम्बन्धित अधिकारियो को निर्देश दिया है।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी इकौना, बौद्ध भिक्षू श्रद्धा लोक महाथेरो, जलक्षन लामा, बौद्ध भिक्षू ओबाथा बर्मा मन्दिर, बौद्ध भिक्षू संघपाल भारतीय बौद्ध बिहार, दिगम्बर जैन मन्दिर से धर्मेन्द्र जैन, सेचेन बुद्ध बिहार संतोष सेरपा, थाई मन्दिर से मदर सुमन्था, प्राचार्य पवन कुमार सिंह बौद्ध, प्रचार्या डा0 सिन्नी तिवारी, प्रो0 धमेन्द्र गुप्ता, समाज सेवी प्रदीप बौद्ध, शिव कुमार पाठक सहित तमाम प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे।