कटिहार से विक्की कुमार की रिपोर्ट :
आज दिनांक 31/12/2017 के अंतिम दिन
हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कही।
जिसका प्रसारण रेडियो पर सुना गया।प्रधानमंत्री के मन की बात को कटिहार जिला बि.जे .पी नगर ओबीसी मोर्चा के कार्यकर्त्ता एक जगह एकत्रित हो कर सुना।इस कार्यक्रम मे शेखर जयसवाल,नगर अध्यक्ष बीरेंद्र कुमार यादव
अध्यक्ष सुजीत राय, नगर महामंत्री शानू यादव
कार्यकर्ता राकेश शर्मा, प्रत्यय अमृत, राहुल शर्मा,विकास कुमार,शिव कुमार और
अन्य बी.जे.पी कार्यकर्ता शामिल हुए ।
आज वर्ष 2017 भी अन्य वर्षो की तरह इतिहास के पन्नो में दर्ज हो जाएगा। और हमलोगो के लिये खट्टे मिठे अनुभव छोड़ जाएगा। वर्ष 2017 ने हमे बहुत कुछ दिया तो बहुत अनमोल रत्न हमसे छीना भी। ये साल खास कर मेरे लिये बहुत यादगार रहेगा। वर्ष 2017 में जहां रमेश सुरेश ( लालू +नीतीश) की दोस्ती टूट फिर जय और वीरू (सुशील मोदी+ नीतीश) की दोस्ती में तब्दील हुई । वहीं बेहतर सुशासन देने में आज भी फेल है यह सरकार। वैसे वर्ष 2017 बिहार के लिये भी एक बेहतर संदेश देने वाला वर्ष रहा कि स्वार्थ की दोस्ती कभी लम्बी नहीं होती और यही कारण रहा कि लालू और नीकु चाचा सत्ता की चार डेग भी नही चल पाए। इसलिये हमे इस वर्ष से यह सबक भी लेनी चाहिये कि स्वार्थ की दोस्ती कभी लम्बी नहीं होती। इस वर्ष 2017 ने कई अच्छे अधिकारी कटिहार को दिया। एक अच्छे जिलाधिकारी मिथिलेश मिश्रा एक अच्छे एसपी के रूप में डॉ सिद्धार्थ मोहन जैन और एक बेहतर डीडीसी अमित पांडेय, समेत दो बेहतरीन आईएएस अधिकारी उदिता सिंह और रवि प्रकाश और एसडीएम नीरज कुमार जैसे सुलझे हुए अधिकारी भी वर्ष 2017 ने हमे दिया जो कटिहार के विकास और लॉ इन ऑर्डर को लेकर दिनरात और जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं। वैसे हमारे जिले के सभी अधिकारी बेहतरीन है और यही कारण है कि यहां बेहतर टीम के जरिये सभी बड़े से बड़े और महत्वपूर्ण कार्य को बेहतर तरीके से सॉल्व कर लिया जाता है। पिछले दिनों जिले में हुई साम्प्रदायिक तनाव को हमारे जिले के सभी आला अधिकारियों ने जितने बेहतर तरीके से सुलझाया उसे हम कभी नही भुला सकते है। इस वर्ष एसपी डॉ सिद्दार्थमोहन जैन की मदद से कटिहार के 47 प्रतिभाशाली बच्चों ने अभ्यानन्द सुपर 30 के पहले पड़ाव को पास कर लिया है और उम्मीद करते हैं कि वर्ष 2018 में कम से कम 4 या 5 बच्चों का सलेक्शन सुपर 30 के लिये अवश्य हो जाएगा।
वर्ष 2017 काला अध्याय के रूप में भी जाना जाएगा खासकर हमारे लिये वर्ष 2017 कभी नही भूलने वाला वर्ष होगा। वर्ष 2017 ने मझसे मेरे भाई समान दोस्त मुकेश पांडेय को हमसे छीना। बहुत ही बेहतरीन अधिकारी थे वे। कई दिल की बात की मुझसे शेयर करते थे। घण्टो मैं डीडीसी खगड़िया रामनिरंजन बाबू, और मुकेश पांडेय जी साथ बैठते थे पर एक ही बात वे हमलोगों से शेयर नही कर पाए। काश……। जिस दिन उनकी आत्महत्या की खबर सुनी मन बेचैन हो गया था, कटिहार का ऐसा कोई अधिकारी या उनके परिचित नही थे जो नही रोये उस मनहूस दिन को। मैं सोचता था कि हमारे एसपी साहेब बहुत ही कड़क अधिकारी है शायद रोते तो वे बिल्कुल नही होंगे, पर मेरा अंदाजा गलत निकला। आज भी जब वे याद आते हैं आंखों और मन मे एक अजब सी बेचैनी छा जाती है। हो सकता है या तो मैं उनका एक बेहतर मित्र या हमदर्द नही बन पाया या वे मुझे इस लायक नही समझे। लेकिन मेरी आज के युवाओ को एक सलाह है कि जिंदगी में एक ऐसा दोस्त अवश्य बनाओ जिससे आप हर तरह की सूख दुख शेयर कर सको। चूँकि हर परेशानी को सॉल्व किया जा सकता है। हम ऐसा मानकर चलते हैं। और जिंदगी को आप खुद बेहतर तरीके से जी सकते है।
और हम यही कामना करते हैं कि वर्ष 2018 सबके लिये बेहतर हो, एक अच्छा सन्देश दे आने वाला वर्ष। भाईचारा, इंसानियत, मानवता और हर लोगो के मन मे एक उमंग दे वर्ष 2018. ऐसी कामना के साथ आप सभी को नए वर्ष की बधाई और वर्ष 2017 को अलविदा। आपका भाई विक्की कुमार , संवाददाता हिन्दुस्तान हेडलाइंस , कटिहार