राम धीरज याीदव की रिपोर्ट
रामसनेहीघाट बाराबंकी। विगत माह 8/9 अक्टूबर18 की रात्रि में हुई हत्या का खुलासा आज कोतवाली निरीक्षक एस.के.राय द्वारा कर दिया गया हैं।हत्या में शामिल आठ अभियुक्तों में से सात को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार आशुतोष मिश्रा उर्फ कल्लू पुत्र सीताकांत मिश्रा निवासी ग्राम भेंदुआ ब्रह्ममाण कोतवाली रामसनेहीघाट ने मृतक अवनीश शुक्ला उर्फ पिंटू पुत्र वीरेंद्र शुक्ला निवासी ग्राम बीर से चार लाख रुपये ब्याज पर लिया था, जिसका ब्याज अधिक होने के कारण आशुतोष मिश्रा ने अवनीश शुक्ला उर्फ पिंटू को रास्ते से हटाने का निर्णय ले लिया इसके लिए आशुतोष मिश्रा ने अपने मौसा योगेश मिश्रा निवासी आशियाना लखनऊ से संपर्क किया, योगेश से मिलने के बाद एक लाख पच्चास हजार रुपये की सुपारी देकर मामला तय हो गया ।एक लाख पच्चास हजार रुपये में हत्या को अंजाम देंने योगेश मिश्रा ने अपने साथी जेपी मिश्रा निवासी आशियाना लखनऊ, मनोज निवासी रायबरेली से संपर्क कर साथ में ले लिया, मनोज ने एक अदद सिम आशुतोष मिश्रा को दिया। जिस से बातचीत हो सके ,यही सिम इस हत्याकांड में प्रयोग हुई मनोज के अलावा योगेश मिश्रा नबी हुसैन, रामप्रकाश , रंजीत,व कमलेश निवासी रायबरेली ने मिलकर आठ अक्टूबर को घटना को अंजाम दे दिया विवरण के मुताबिक आशुतोष के बुलाने पर अवनीश गया वहीं से इन लोगों ने अनीश को अगवा करके रोका नबी ने अंगोछा से गला दबाया नवी व रामप्रकाश ने लाश को लेकर वीर गांव में अमर गंज के पास रात में छोड़ दिया मृतक के मोबाइल व कुछ सामान ले गए सुपारी हेतु तय डेढ़ लाख में से नंबे हजार रुपया मिल गया था शेष बकाया साठ हजार रुपया लेने आए ।आशुतोष योगेश पहले से ही गिरफ्तार थे शेष पांच अभियुक्तों को मोहम्मद पुर से सिद्धौर मार्ग पर पिपरमेंट की टंकी के पास से गिरफ्तार किया गया ।हत्या में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल यू पी 41ए.एल.1580, यू पी 33 बी ए 5849,व सफारी कार यूपी 32 ई.एक्स4651घटना में शामिल बरामद हुई जेपी मिश्रा अभी फरार चल रहे है जिन की पुलिस तलाश कर रही हैं।