ज़मीर अंसारी की रिपोर्ट :
सोनभद्र : दुद्धी तहसील मुख्यालय से 5 से 6 किमी दूरी पर स्थित टेढ़ा ,धनौरा,गुलालझारिया,दिघुल गाँव ट्रैक्टरों की गड़गड़ाहट से गुलजार रह रही है।ठंड की अंधेरी धुंध भरी रात में क्षेत्र के करीब दर्जनों की संख्या में ट्रैक्टर संचालक ठेमा व कनहर नदी से अवैध रेत का खनन कर बेख़ौफ़ परिवहन कर रहे है। वही विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अनजान बन रजाइयों में दुबके हुए हुए है।
इसका फायदा खननकर्ता बखूबी उठा रहे है। रात के 9 बजते ही ट्रैक्टर नदियों की तरफ जाने लगती है।फिर उसके बाद खेप दर खेप पूरी रात अवैध रेत का परिवहन करते है। इस कार्य के सरगना जगह जगह एसयूवी मोटरकारों में मार्ग मार्ग पर ट्रैक्टर की अगवानी करते रहते है जिससे जिस विभाग की सेटिंग न हो उन अधिकारियों की चहलकदमी की सूचना नदी में लोड हो रहे ट्रैक्टर को दे सके।
गाड़ियों में पूरी रात शराब व सिगरेट की धुओं के साथ अधिकारियों पर पैनी नजर रखी जाती है।गाड़ियों पर सत्ताधारी पार्टी की झंडा लहराती रहती है।इन गाड़ियों में कौन होते है यह जांच का विषय है।हाई प्रोफाइल सिंडिकेट के तहत अब क़स्बे में बालू 25 सौ से 3 हजार प्रति ट्रैक्टर बड़े आसानी से बेचे जा रहे है।रात भर में लाखों का राजस्व का चूना सरकार को बड़े आसानी से लगाया जा रहा है। धनौरा गांव का एक कथित खननकर्ता यह कहता फिरता है कि 5 सौ के नोट के सामने सब बिक जाते है।