नई दिल्ली : कब्रिस्तान, वो जगह जहाँ मरने के बाद इंसानों को दफ़न किया जाता है. अमूमन देखा जाता है कि लोग कब्रिस्तान में जाने से भी डरते हैं, वजह आत्माओं से जुडी वो बात जिसके बारे में लोग अक्सर कहते और सुनते देखे जाते है. लेकिन इसी कब्रिस्तान में एक लड़की घर बना कर रह रही है.
दरअसल 1980 में घर से भागी हुई एक लड़की ‘मोना’ ने कब्रिस्तान में घर बना लिया. उनका कहना है कि यहां मौजूद कुछ कब्रें उसके परिजनों की हैं, लेकिन कई बार ऐसा भी हुआ कि दरवाजे खुले रखने के कारण मोना के घर चोरियां हुईं.
कब्रिस्तान में मोना के कुछ पड़ोसी भी हैं, जिनमें कुछ सेक्स वर्कर, कब्र खोदने वाले और भिखारी शामिल हैं. इन लोगों को यहां गड़े मुर्दे डराते नहीं हैं. उनकी कब्रों पर धुले कपड़े सुखाना इनके लिए एक आम बात है. ये कब्रिस्तान पिछले तीन दशकों से मोना का घर है.
फेमिनिस्ट लेखक उर्वशी बुटालिया, मोना की दोस्त हैं. उन्होंने बताया कि एक समय पर आम लोगों की दुनिया मोना को भी बड़ी लुभावनी लगती थी, लेकिन अब उन्हें ये नीरस लगने लगी है इसलिए वो कब्रिस्तान में रहती है. अब मोना 80 साल की हो चुकी है, लेकिन उसने कब्रिस्तान में बने घर को नहीं छोड़ा.