सहारनपुर : यूपी के जनपद सहारनपुर में हुए जातीय हिंसा को लेकर योगी सरकार की चौतरफा आलोचना हुई थी, जिसके बाद योगी सरकार ने सख्त कदा उठाते हुए दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने और हिंसा के कारणों का पता लगाने के लिए अधिकारियों की एक टीम गठित की. इसी बीच गृह मंत्रालय ने भी सहारनपुर हिंसा को लेकर यूपी सरकार से रिपोर्ट तलब किया.वहीँ अब योगी सरकार ने गृह मंत्रालय को हिंसा से जुडी रिपोर्ट सौंप दी है.
क्या कहा गया है रिपोर्ट में ?
रिपोर्ट में हिंसा के पीछे 35 लोगों का हाथ बताया गया है.
हिंसा भड़कने के पीछे दो अफसरों की लापरवाही भी सामने आई है.
अगर अफसरों के बीच सामंजस्य होता तो हिंसा को फैलने से रोका जा सकता था.
पूरे देश में सरकार को अस्थिर करने के लिए भीम आर्मी जैसी सेनाओं के जरिए हिंसा भड़काई जा रही है. इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि सब कुछ वेल प्लांड था. एक महापुरुष की मूर्ति पर माल्यार्पण के दौरान दो पक्षों में संघर्ष और उसके बाद हिंसा को भड़काना शामिल था.
इसमें भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ़ रावण की भूमिका अहम रही. भीम आर्मी को इस दौरान राजनैतिक समर्थन भी दिया गया.
रिपोर्ट में दो नेताओं का भी जिक्र किया गया है जिनकी भूमिका हिंसा भड़काने में थी.