नई दिल्ली : बीजेपी राष्ट्रीय परिषद की बैठक के दुसरे दिन आज पीएम मोदी ने उपस्थित पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं को जीत का मन्त्र दिया, साथ हीं विपक्ष पर एक बार फिर जमकर निशाना साधा। इस दौरान पीएम मोदी ने एक बार फिर सरदार पटेल का जिक्र किया और कहा कि अगर पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो देश की तस्वीर कुछ और होती।
मोदी ने कहा कि बीजेपी सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को स्वीकृत किया और किसानों की मांगों को माना गया। जब हमारी सरकार नहीं थी तब दाल की कीमतों को लेकर हंगामा होता रहता था, लेकिन हमारी सरकार के दौरान टीवी चैनलों पर दाल की कीमतों को लेकर ब्रेकिंग न्यूज नहीं मिल रही है। साल 2022 तक किसान अपनी आय दोगुनी करने के लिए साधन जुटा सकें इसके लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। हमनें हमेशा सीखा है कि स्वयं से बड़ा दल और दल से बड़ा देश होता है, यही हमारे संस्कार हैं। विरोधी कहते हैं हमनें सिर्फ योजनाओं के नाम बदले हैं सभी पुरानी हैं। मैं ऐसे लोगों से ये जानना चाहता हूं कि कितनी योजनाएं ऐसी हैं जो मेरे नाम से चल रही हैं।
पीएम ने कहा कि जब हम किसानों की समस्या की बात करते हैं तो पहले की सच्चाई को स्वीकार करना जरूरी है। पहले जिनके पास किसानों को संकट से बाहर निकालने की जिम्मेदारी थी उन्होंने अन्नदाता को सिर्फ और सिर्फ मतदाता बना रखा था। हम अन्नदाता को मतदाता ही नहीं ऊर्जादाता भी बनाने जा रहे हैं। इसके लिए व्यसव्था बनाने पर काम जारी है। देश का किसान इस बात का साक्षी है कि लागत का 1.5 गुना मूल्य की मांग कितने दशकों से चल रही थी, पहले ये बात फाइलों में दबा दी जाती है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमनें जिन्हें पहले से आरक्षण मिल रहा था उनका हक छीने बिना 10 प्रतिशत के आरक्षण की व्यवस्था सवर्णों के लिए की है। ये करने से सब कुछ ठीक हो जाएगा, ये मैंने न कभी कहा था न कहूंगा लेकिन ये करना जरूरी था। किसी के हक को कम किए बिना ये नई व्यसव्था की गई है, इसके बारे में कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं। हमें उनकी कोशिश को भी नाकाम करना है।