संतोष कुमार शर्मा की रिपोर्ट :
बलिया: बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के सम्बन्ध में गठित जिला टास्क फोर्स की पहली बैठक सोमवार की देर शाम जिलाधिकारी भवानी सिंह अध्यक्षता में हुई। योजना के सम्बन्ध में स्वास्थ्य, शिक्षा, पंचायती राज व आंगनबाड़ी विभाग के अधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गयी। जिलाधिकारी ने कहा कि बेटा व बेटी में कोई अंतर नहीं है। बेटियां बचेंगी तभी समाज बचेगा। यही बात गांव-गांव तक पहुंचानी है। घटते लिंगानुपात पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अब यह खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है और इसको काबू करना अत्यंत जरूरी हो गया है। इसलिए लोगों को जागरूक करने के लिए योजना बनी कार्ययोजना पर स्वास्थ्य, शिक्षा व पंचायती राज विभाग को जिम्मेदारी से काम करना होगा। बताया कि गिरते लिंगानुपात को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई गई इस योजना पर सरकार का विशेष फोकस है। स्वास्थ्य, शिक्षा व पंचायती राज विभाग अपने विभाग के एक नोडल अधिकारी नियुक्त कर लें। लिंग परीक्षण पर रोकथाम पर स्वास्थ्य विभाग को प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही पीएचसी व ग्राम स्तर के स्वास्थ्य से जुड़े कर्मियों जैसे एएनएस, आंगनबाड़ी सुपरवाइजर या कार्यकत्री आदि की बैठक कर ली जाए। बीएसए को निर्देश दिया कि शत प्रतिशत बालिकाओं का नामांकन कराएं। प्रत्येक गा्रम पंचायत में महिला सभा का गठन कर लगातार बैठक कराते रहने का निर्देश डीपीआरओ को दिया। सीएमओ डाॅ एसपी राय को निर्देश दिया कि पम्पलेट व अन्य माध्यमों से इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रचार कराया जाए। विशेष निर्देश दिया कि ब्लाॅक से लेकर ग्राम स्तर के कर्मियों को संवेदनशीलता से काम करें।
एसपी श्रीपर्णा गांगुली ने भ्रूण हत्या पर शत प्रतिशत लगाम लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग को सतर्कता से काम करने को कहा। डीपीआरओ ने बताया कि पंचायती राज विभाग की ओर से भी प्रधानों के माध्यम से व प्रचार सामग्री छपवाकर इस योजना का प्रचार तेजी से कराया जा रहा है। योजना के नोडल अधिकारी प्रोबेशन अधिकारी एके पांडेय ने योजना के सम्बन्धित कार्ययोजना की विस्तृत जानकारी दी।
पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत हो प्रभावी कार्रवाई
जिलाधिकारी ने पीसीपीएनडीटी एक्ट के इंचार्ज अधिकारी एसीएमओ डाॅ हरपाल सिंह को निर्देश दिया कि एक्ट के तहत जिले में प्रभावी कार्रवाई होती रहे। समय-समय पर इसकी बैठक हो। एक्ट के तहत अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर लगातार छापेमारी होती रहे। कहीं भी अवैध सेंटर के संचालन की शिकायत नहीं आनी चाहिए।
ब्लाॅक व पंचायत स्तर पर भी बनेगी टास्क फोर्स
जिलाधिकारी भवानी सिंह ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए जिला के साथ ब्लाॅक व ग्राम स्तर पर भी टास्क फोर्स का गठन होगा। सभी सदस्य योजना के सफल क्रियान्वयन के जिम्मेदार होंगे। ब्लाॅक स्तर पर एसडीएम व बीडीओ व ग्राम स्तर पर प्रधान व सचिव जागरूकता की जिम्मेदारी सम्भालेंगे। ब्लाॅक व पंचायत स्तर के स्वास्थ्य, शिक्षा व आंगनबाड़ी विभाग के कर्मचारियों को जागरूकता पर विशेष काम करने का निर्देश दिया है। सीडीओ बद्रीनाथ सिंह, सभी एसडीएम, बीडीओ व एडीओ पंचायत, बीएसए संतोष राय, प्रभारी डीपीआरओ अविनाश कुमार आदि मौजूद थे।
नाबालिग से मजदूरी न कराएं श्रमिक: पूनम कर्णवाल
जिला जज के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में बापू भवन में मंगलवार को आयोजित विधिक साक्षरता/जागरूकता शिविर में बाल श्रम के विरूद्ध विश्व दिवस का आयोजन हुआ। शिविर की अध्यक्षता करते हुए प्राधिकरण की सचिव पूनम कर्णवाल ने उपस्थित श्रमिकों को उनसे सम्बन्धित कानूनों की जानकारी दी। यह भी कहा कि नाबालिग बच्चों से मजदूरी कत्तई न कराएं। अगर कोई भी मुकदमा न्यायालय में चल रहा तो 14 जुलाई को लोक अदालत में सुलह समझौता के आधार पर निस्तारण करा लेने की बात कही। श्रम अधिकारी ने श्रमिकों को उनके अधिकार व समय समय पर सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। साथ ही जिन श्रमिकों का अब तक पंजीकरण नहीं हुआ है उनको भी पंजीकरण कराने की बात कही गयी।
राजकीय बालिका गृह का निरीक्षण
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव पूनम कर्णवाल ने राजकीय बालिका गृह का निरीक्षण किया। उन्होंने सभी बालिकाओं से बातचीत कर वहां की व्यवस्था से जुड़ी जानकारी ली। अधीक्षिका को निर्देश दिया कि 18 वर्ष पूरी कर चुकी बच्चियों को उनके घर भेजने की कार्यवाही हो। निरीक्षण के दौरान व्यवस्था पर संतोष जाहिर किया।