राम धीरज यादव की रिपोर्ट
अमेठी ब्लॉक मुख्यालय के पास बना राजकीय पशु चिकित्सालय कभी शुकुल बाजार के पशुपालकों के लिए वरदान साबित होता था क्षेत्र के हजारों जानवरों की यहां पर दवाई होती थी और हर समय डॉक्टर उपलब्ध रहता था लेकिन विगत कुछ महीनों से यहां ना कोई स्थाई डॉक्टर है और ना ही स्थाई डॉक्टर होने से पशुपालकों को कोई सुविधा समय से नहीं मिल रही है डॉक्टर योगेश यादव फूंदनपुर और शुकुल बाजार दोनों जगह का चार्ज देखते हैं दो जगह का चार्ज होने की वजह से वह शुकुल बाजार सही से नहीं देख पाते पशुपालकों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है ना समय से टीकाकरण हो पाता है और स्टाफ की कमी के चलते इलाज भी सही से नहीं हो पाता जिसके चलते पशुपालकों की मजबूरी है प्राइवेट डॉक्टरों से अपने जानवरों का इलाज कराना यह प्राइवेट डॉक्टर मनमानी फीस वसूलते हैं जिससे पशुपालकों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है राजकीय पशु चिकित्सालय पर मनोज कुमार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी वह सुमित कुमार पशुधन प्रसार अधिकारी दो लोगों के भरोसे ही चल रहा है इतना बड़ा अस्पताल कैसे दो ही लोग कवर करेंगे इतने बड़े क्षेत्र को वही बताते चलें अस्पताल परिसर का भवन अत्यंत जर्जर हो चुका है जिससे कोई बड़ी दुर्घटना कभी भी हो सकती है बताते चलें ग्रामीण क्षेत्र होने की वजह से कृषि और पशु प्रधान क्षेत्र है यह ऐसे में कोई स्थाई डॉक्टर ना होने की वजह से क्षेत्रीय लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है क्षेत्रीय लोगों ने राजकीय पशु चिकित्सालय शुकुल बाजार में स्थाई डॉक्टर की मांग उच्च अधिकारियों से की है।