उमेश कुमार शर्मा की रिपोर्ट :
अमेठी : अल्लाह का फरमान माँ के कदमो नीचे जन्नत है जिसने तुम्हे जन्म दिया। उक्त बयान मुफ़्ती अफजल हुसैन साहब ने कस्बा निहालगढ़ स्थित बाबा हजरत बादशाह जियाउद्दीन व हजरत अब्दुल हई शाह बाबा का सालाना उर्से मुबारक संपन्न के मौके पर कही।जगदीशपुर के कस्बा निहालगढ़ स्थित बाबा बादशाह हज़रत जियाउद्दीन व हज़रत अब्दुल हई शाह बाबा के सालाना उर्स मुबारक बड़े ही शानो शौकत के साथ संपन्न हुआ। बाद नमाजे जोहर अयोजककर्ता मोहतरिमा तबसुम बेगम व तमाम आस्था रखने वाले लोगो ने दोनों मजारो की सजावट कुरआनख्वानी के साथ ही मुए मुबारक की जियारत ग़ुस्ले पाक़ फूल चादर पोशी कर नज़राने अकीदत पेश किया।
वही इस मुबारक मौके पर जलसा का आयोजन किया गया। जलसा का आगाज जनपद अमेठी के क़ारी मोहम्मद शाकिब साहब क़ुरआने पाक़ की तिलावते करीमा से किया। वही जलसे को खिताब फरमाने के लिए मुफ़्ती अफ़ज़ल हुसैन साहब मदरसा सिराजुलूम लतीफीया ने बयान फरमाते हुए कहा कि अल्लाह ने जन्म देने वाली माँ के कदमो के नीचे जन्नत दर्जा फरमाया। अगर माँ के कदमो का दर्जा यह है तो उसके सर के बलन्दी का दर्जा क्या होगा। अपने मात पिता की सेवा करो उन्होंने कहा कि वालियों की मजारो की जियारत किया करो यह अल्लाह वाले है।
वही मोलवी मोहम्मद सज्जाद बिहार शरीफ आलिम मोहम्मद गुफरान हाफिज मोहम्मद मुजाहिद मोअज्जिम फैसल जगदीशपुरी सहित कई नतख़्वाहो ने नात पढ़कर नजराने अकीदत पेश किया।वही हजारों लोगों ने लंगर में भरपेट भोजन किया।इस मुबारक मौके पर मोहम्मद खालिद सज्जादुल हक़ मोइनुद्दीन अलाउद्दीन उर्फ माइकल सलमान आजाद अयान सरताज तौकीर जीनत सानिया एनामुद्दीन सहित तमाम अकीदतमंदों ने उर्से मुबारक में हिस्सा लिया।