आलोक कुमार की रिपोर्ट
मधुबनी : भारत नेपाल के बीच एक ऐसा रिस्ता है जो अटूट है , क्योंकि ये बेटी-रोटी की रिस्ता है। इसी बेटी-रोटी के रिश्ता का फायदा माफिया उठाते हैं। जी हाँ, भारत-नेपाल बॉर्डर से सटा एक शहर है, जो माफियाओं की चुंगल में फंसा हुआ है और यहाँ उन माफियाओं का बोलबाला है।
मधुबनी जिले के जयनगर अनुमंडल व प्रखंड दोनों ही क नेपाल के सीमा पर स्थित है, लेकिन इसे माफिया ने अपनी चुंगल में फंसा रखा है। नेपाली करेंसी और भारतीय करेंसी की कालाबाज़ारी का खेल जोरों पर चल रहा है। इसी वजह से पैसों का कालाबाज़ारी का खेल खेलने वालों की चांदी ही चांदी है।
हर अपराध को रोकने के लिए पुलिस को तत्पर किया गया है , लेकिन ये पैसों की कालाबाज़ारी का खेल खुलेआम खेला जा रहा है। लेकिन इस पैसों की कालाबाज़ारी का गोरखधंधा को रोकने के लिए प्रशासन विफल नजर आती है। ये खेल खेलने वाला शख्स पुलिस हो या सिविल प्रशासन को मिलीभगत से ही होती है।