संतोष शर्मा की रिपोर्ट :
बलिया : चास कालेज चास, बोकारो, झारखण्ड में 1 एवं 2 दिसम्बर को आयोजित ‘बिहार एवं झारखण्ड भूगोल संघ’ के वार्षिक अधिवेशन / सेमिनार में सहभागिता निभाने के पश्चात मंगलवार को बलिया लौटने पर अमर नाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दूबेछपरा के पूर्व प्राचार्य एवं पर्यावरणविद् डा.गणेश कुमार पाठक ने बताया कि भूगोल के इस विशाल समागम में बलिया से कुँवर सिंह महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डा. अंजनी कुमार सिंह सहित इस महाविद्यालय के भूगोल के असिस्टेण्ट प्रोफेसर डा. सुनील कुमार चतुर्वेदी ने भी भाग लिया। इस सेमिनार में बलिया से गये इन सभी भूगोलविदों ने अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। डा. पाठक ने बताया कि उनके द्वारा ‘झारखण्ड के विकास स्तर में असमानता’ तथा ‘झारखण्ड में खनिज एवं ऊर्जा संसाधनों का संरक्षणः समस्याएँ एवं समाधान’ नामक शोध पत्र प्रस्तुत किया गया, जिसकी भूरि- भूरि प्रशंसा की गयी ।
डा. पाठक ने बताया कि इस अधिवेशन/ सेमिनार में उन्हें तकनीकी सत्र की अध्यक्षता करने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ तथा इससे भी बढ़कर उपलब्धि यह रही कि इस सेमिनार में युवा भुगोलविद् सम्मान ;पुरस्कारद्ध हेतु आयोजित प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका निभाने के लिए भी कार्यकारिणी द्वारा चयन किया गया, जिसका उन्होंने निर्वहन किया। इस सेमिनार/ अधिवेशन की सबसे बड़ी उपलब्धि एवं बलिया जिले के लिए गौरव की बात यह रही कि इस भूगोल संघ की कार्यकारिणी द्वारा लिए गये निर्णय के अनुसार कार्यकारिणी हेतु चयनित सदस्यों बिहार एवं झारखण्ड के सदस्यों के अलावा देश के अन्य राज्यों से एक मात्र चयन किए जाने वाले कार्यकारिणी के सदस्य के रूप में डा.गणेश कुमार पाठक का चयन किया गया, जिसकी विधिवत घोषणा आम सभा की बैठक में की गयी। इस तरह बिहार एवं झारखण्ड भूगोल संघ की कार्यकारिणी में चयन से न केवल डा. पाठक का मान बढ़ा है, बल्कि इससे बलिया जनपद भी गौरवान्वित हुआ है।