नई दिल्ली : पुलवामा में हुए भीषण आतंकी हमले और 42 से ज्यादा जवानों की मौत पर कार्यवाही व उचित विचार-विमर्श के लिए मोदी सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, जो अब ख़त्म हो चुकी है। आज सुबह 11 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी जिसमें पुलवामा हमले को लेकर सभी दलों के बीच चर्चा हुई।
सर्वदलीय बैठक में एक प्रस्ताव पास किया गया है, जिसमें शहीदों को श्रद्धांजलि के साथ पुलवामा हमले की निंदा की है। इसमें कहा गया है कि हम और पूरा देश जवानों के परिवारों के साथ खड़ा है। भारत पिछले तीन दशकों से सीमा पार आतंकवाद का सामना कर रहा है। पूरे देश को एक साथ मिलकर ऐसी चुनौतियों से लड़ने के लिए आवाज उठानी होगी।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कल कहा था कि वे सरकार और सेना के साथ खड़े हैं। वहीं, ममता बनर्जी ने भी सरकार के साथ खड़े रहने की बात कही है। संसद परिसर में हो रही सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा के अलावा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, एनसीपी नेता शरद पवार शामिल रहे, जबकि इस बैठक की अध्यक्षता गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने की।
इस बैठक में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, लोजपा प्रमुख और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय और डेरेक ओब्रायन, सीपीआई नेता डी राजा, शिवसेना सांसद संजय राउत, राजद नेता जय प्रकाश नारायण यादव, टीआरएस नेता जितेंद्र रेड्डी, आरएलएसपी नेता उपेंद्र कुशवाहा और अन्नाद्रमुक नेता एन कृष्णन शामिल हुए।