क्या अखिलेश यादव के जीत का अंतर इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा ?

हरिबंश चतुर्वेदी की रिपोर्ट :

आज़मगढ़ : आजमगढ़ जिला के सदर लोकसभा सीट से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद पूर्वांचल की राजनीति गरमाती नजर आ रही है । वही जीतने के कयासों और दावों के दौर शुरू हो गए है । सपा के बड़े नेताओं का दावा है कि अबकी बार अखिलेश यादव चुनाव जीतकर जीत के अंतर का इतिहास रचेंगे ।

बता दे कि 2014 लोकसभा चुनाव में इसी सीट से सपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने ताल ठोका था। इस सीट के चुनाव में उनको भाजपा उम्मीदवार रमाकांत यादव से भरपूर टक्कर मिली थी । अंततः मुलायम सिंह यादव ही विजयी हुए । लेकिन इस बार गठबंधन से बसपा का कोई प्रत्याशी चुनाव नही लड़ रहा । क्या दलित और बसपा का वोट बैंक सपा को मिलेगा ? ये एक सोचने वाली बात है ।

वैसे आज़मगढ़ को सपा का गढ़ माना जाता है और जिले में अधिक से अधिक विकास कार्य सपा शासन काल मे ही हुए है । इन सभी लेखा जोखा को देखते हुए काफी कयास लगाए जाने शुरू हो गए है कि इस बार अखिलेश यादव के जीत का अंतर इतना अधिक होगा जो इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा। फ़िलहाल तो ये यह एक प्रश्न है जिसका उत्तर चुनाव बाद ही मिलेगा और तब कयासों पर विराम लगेगा । वैसे सदर सीट से अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने के घोषणा के बाद जिले में सपा के कार्यकर्ता काफी उत्साहित है और उत्साह में बसपा कार्यकर्ताओ का भी भारी जन समर्थन मिल रहा है । अब लगाए जा रहे कयासों और प्रश्नों का उत्तर चुनाव बाद ही मिलेगा ।

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